अपने मधुर एवं सरल स्वभाव से पूरे स्विस काउंटी सोसाइटी थेरगाव पुणे में मशहूर ,कल्चरल सोसाइटी के चैयरमेन डॉ. जयंत रामनारायण बहेतीजी ,नीताजी के साथ 7 मार्च1988 को परिणयबद्ध हो गए थे उस समय नीताजी ने पुणे के मशहूर "गरवारे"कॉलेज से हिंदी साहित्य में एम.ए. कंपलीट कर लिया था,इसके बाद भी आ.नीता भाभीजी ने चिल्ड्रन प्रोविजन क्लास जारी रखते हुए केक मेकिंग,रंगोली मेकिंग जैसी आर्ट में बच्चों को परांगत करने का क्रम जारी रखा।।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी जयंत बहेतीजी नेअपनी जिंदगी के 35 साल अपने पैतृक गांव जलगांव के मंडगॉव में वैद्ध के रूप में सेवाएं दी थी लेकिन इस बीच उन्होंने"शेतकारी विकास मंडल" के अध्यक्ष पद पर कार्य करते हुए मौसमी प्रकोप से फसल बचाने के उपायों पर चर्चा सत्र का आयोजन bhadgaon nagari me कराया , जळगाव आकाशवाणी से 90 से अधिक बार किसानों को सम्बोधन कर फसल की सुरक्षा से अवगत कराया था.इसी समय मे डॉ. जयंत बाहेतीजी ने आकाशवाणी जलगांव केंद्र का 3 साल तक कार्यक्रम sallagar समिति का संचालक पद निभाया।इसी बीच उनके दो पुत्र अक्षय एवम आकाश आज युवा होकर चार्टेड एकाउंटेंट होकर अपना व्ययसाय सम्भाल रहे है जिसमे उनके साथ बड़ी बहू चार्टेड एकाउंटेंट कोमल भी पूर्ण सहयोग कर रही है लेकिन छोटे बेटे आकाश की पत्नी पेशे से डेंटिस्ट है और वे अपना स्वतंत्र क्लिनिक ऑपरेट कर रही है।
बहुआयामी डॉ. जयंत ने अपनी मानव सेवा की विकास यात्रा आगे बढाते हुए25 वर्ष "केशवसूक्त"ज्ञान प्रबोधनी के डाईरेक्टर पद पर कार्य करते हुए प्रति वर्ष 5 दिवदोय व्याख्यान माला का आयोजन कर सभी की ज्ञानपिपासा को भी बढ़ाया है।इसी बीच 10 वर्षों तक WHO के साथ कोलोब्रेशन से पोलियो इममुनाइजेशन पर ऑब्ज़र्वर की जिम्मेदारियों को निभाया। आज 21 एकड़ किसान एवम पुणे में कुछ एकड़ के भूस्वामी होने के बावजूद बताते है कि उनकी माता जमुनाई एवम पिताजी रामनारायण अभाव पूर्ण जीवन जी कर हम दो भाइयों (बढ़े भ्राता प्रवीण बाहेती)एक बहन(प्रभावती) का जीवन सँवारा था इसलिए उनको सादर समर्पित करते हुए उनकी जमुनाई फाउंडेशन प्रतिवर्ष असहयो एवम बेरोजगारों को रोजगार देने के उद्देश्य से सिलाई एवम एम्ब्रेडॉयरी मशीन निशुल्क प्रदान करती रहती है।इसी के साथ "राइटटू एजुकेशन लिमिटेड नाम के उनके एजीओ माध्यम से महाराष्ट्र एवम राजस्थान में 10000 से अधिक 40 वर्ष के कम उम्र के नागरिकों शिक्षित किया जा चुका
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2617643905047517&id=100004057984905 है।
इसी के साथ ही खेल के क्षेत्र में भी भी टेबल टेनिस डबल्स में विनर रहेनेवाले ,क्रिकेट में अपनी टीम की कप्तानी में कई बार टीम को विजय का स्वाद चखाने वाले डॉ. जयंत की अपनी मानव सेवा यात्रा लगातार जारी है…