बढ़ती हुई स्मार्ट फोन की मांग,स्मार्ट फोन की बढ़ती मेमोरी जो कि अब तो 126 जीबी से भी ज्यादा बढ़ती जा रही है ,इसी प्रकार नये स्मार्ट फोन में मल्टी मेगा पिक्सल मल्टी कैमरे चार पांच दर्जन से अधिक एप्प ये ऐसे नये फीचर अब बैटरी की मांग को लगातार बढा रहे है ऐसे में फोन में अब 5000 एमएच के कैपिसिटी की बेटरियाँ भी फोन को 24 घंटे सर्वाइव नही रख पा रहे है ऐसी स्थिति में कामकाजी आउट डोर वर्कर्स के लिए”पावर बैंक” ऐसा वरदान है जिसकी सहायता से दूध की बॉटल की तरह बेबी फीड जैसा मोबाइल को बगैर इलेक्ट्रिक कनेक्शन के चार्ज किया जा सकता है। इसलिए पावर बैंक ख़रीदते समय अब 2-5 हज़ार एमएच की बेटरी चयन करने के बजाय 15 से 20 हज़ार एमएच की बेटरी लेने ज्यादा हितकर है क्योंकि अब इनमें रेटस का अंतर 4-“6″सौ रुपये से ज्यादा नही है बल्कि ज्यादा एमएच के पावर बैंक से मोबाईल के साथ आप लेपटॉप जैसे अन्य डिवाइस भी पावरबैंक की सहायता से चार्ज कर सकते है।इसके साथ ही पावरबैंक खरीदते समय ये भी ध्यान रखे की पावर बेनी करेंट ड्रॉ भी 2एम्पियर से ज्यादा हो …तभी आप हेवी इंस्ट्रूमेंट चार्ज कर पाएंगे।
बैटरी के टाइप पर दें ध्यान
इसके अलावा सेल्स के प्रकार पर भी ध्यान दें- लिथियम
आयन है या लिथियम पॉलिमर है। लिथियम आयन सेल्स
सस्ते होते हैं और आसानी से मिल जाते हैं। वहीं लिथियम
पॉलिमर महंगे होते हैं, पर प्रति युनिट वेट अधिक चार्ज
डेनसिटी देते हैं। किसी अच्छे ब्रैंड का ही पावर बैंक
खरीदें। खराब क्वॉलिटी के लिथियम आयन पावर बैंक्स न
सिर्फ परफॉर्मेंस पर असर करते हैं, बल्कि आगे जाके
खतरनाक भी साबित हो सकते हैं। ये ओवरहीट होने पर
फट भी सकते हैं। अपनी सुरक्षा व अच्छे परफॉर्मेंस के
लिए ऐसा मॉडल खरीदें जो ओवर वोल्टेज प्रोटेक्शन,
ओवर चार्ज प्रोटेक्शन और ओवर टेम्प्रेचर प्रोटेक्शन के
साथ आ रहा हो।