नई दिल्ली (14 मार्च): नौजवान शरीर बनाने के चक्कर में देसी खुराक छोड़ कर फिटनेस सप्लीमेंटों की तरफ अपना रुझान बढ़ाकर भयानक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं और साथ ही शरीर बनाने की होड़ में कथित तौर पर नपुंसक बनते जा रहे हैं।
पावरफुल बनाने के लिए युवा कई तरह की दवाइयों का भी बड़े स्तर पर इस्तेमाल किया जा रहा है जिनके साथ शरीर को लाभ कम और नुकसान ज्यादा होता है। बाजारों में सरेआम अलग-अलग कंपनियों के नकली सप्लीमेंट्स बेचे जा रहे हैं, जहां इन फूड सप्लीमेंट्स को खाने के साथ नौजवान पैसों की बर्बादी कर रहे हैं। वहीं अंदरूनी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में बेचे जा रहे 60 से 70 प्रतिशत पूर्ण आहार नकली गैर-मान्यता या गैर-रजिस्टर्ड हैं। बाजारों में फिटनेस सप्लीमेंट मेडीकल स्टोरों के अलावा शहरों में बड़ी-बड़ी दुकानों पर मिलते हैं।
यदि डाक्टरों की मानी जाए तो नकली फूड सप्लीमेंटों में स्टीरायड होता है, जिसका ज्यादा प्रयोग शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक है। इनसे हार्ट अटैक, दिल के रोगों के अलावा अन्य भयानक बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। बाजारों में बिक रहे 60 से 70 प्रतिशत पूर्ण आहार नकली गैर-रजिस्टर्ड या गैर-मान्यता प्राप्त हैं और साथ ही नकली उत्पादों की पहचान करना बहुत मुश्किल है।
युवाओं को नपुंसक बना रही है यह चीजें…………
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