■■■■■■■■■■■■■ चैत्र नवरात्रि का आज1अप्रैल 2020 को आठवां दिन है। इस बार कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते नवरात्रि पूजन को कम सामान की उपलब्धता के बीच करना किसी चुनौती से कम नहीं रहा। वहीं, लॉकडाउन की वजह से मंदिर भी नहीं खुले, जिसके चलते श्रद्धालुओं को घर में पूजा करनी पड़ी। नवरात्र के आठवें और नौवें दिन यानी कि अष्टीमी (Ashtami) और नवमी (Navami) को कन्या पूजन (Kanya Pujan) कर व्रत का किया जाता है। आप अपनी मान्यतानुसार अष्टयमी या नवमी में से कोई भी दिन चुन कर कन्या पूजन कर सकते हैं।
★★★अष्टमी और नवमी कब हैं ★★★★★
चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन अष्टयमी और नौवें दिन नवमी मनाई जाती है। इस बार अष्टमी 1 अप्रैल को है, जबकि नवमी 2 अप्रैल को मनाई जाएगी। इसी दिन राम नवमी का त्योहार भी है।
★★★ऐसे करें अष्टमी और नवमी पूजन ★★★★★
अष्टमी के दिन मां दुर्गा के आठवें रूप यानी कि महागौरी का पूजन किया जाता है। सुबह महागौरी की पूजा के बाद घर में नौ कन्याओं और एक बालक को घर पर आमंत्रित किया जाता है। सभी कन्याओं और बालक की पूजा करने के बाद उन्हेंं हलवा, पूरी और चने का भोग दिया जाता है। इसके अलावा उन्हें भेंट और उपहार देकर विदा किया जाता है। वहीं, नवमी के दिन सिद्धिदात्री की पूजा के बाद कंजक पूजी जाती हैं। हालांकि, दोनों दिन में से किसी एक ही दिन कन्या पूजन करना किया जाता है लेकिन कोरोना के खतरे और लॉकडाउन के बीच इस बार पूजन कुछ अन्य तरीके से करें।
★★★कैसे करें कन्या पूजन!!!!★★★
- अष्टमी के दिन कन्या पूजन के दिन सुबह-सवेरे स्नामन कर भगवान गणेश और महागौरी की पूजा करें।
- अगर नवमी के दिन कन्या पूजन कर रहे हैं तो भगवान गणेश की पूजा करने के बाद मां सिद्धिदात्री की पूजा करें।
–कोरोना वायरस के खतरे के चलते इस बार कन्या पूजन की जगह दान करें। - आप नौ कन्याओं का खाना निकालकर किसी जरुरतमंद को दे सकते हैैं।
-जानवरों की भूख का ख्याल रखते हुए आप कुत्ते, गाय आदि को भी कन्या पूजन वाला प्रसाद खिला सकते हैं।
वहीं, आप चाहें तो अपने सामर्थ्यनुसार पीएम केयर्स फंड में भी दान कर सकते हैं।