■■■मोक्ष के लायक पुण्य कमाने के लिए कठोर तपस्या की जगह दान के महायज्ञ में शामिल हो जाईये!!!!■■■ ★★पं. अनिल मिश्र★★

दोस्तों ठंड के मौसम का सबसे खतरनाक दौर अब शुरू हो गया है आज मध्य भारत के अनेकों राज्य में तापक्रम न्यूनतम पहुंचने की होड़ में लग गया है ।आज म.प्र.के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 3 से 6 फे.रिकॉर्ड किया गया है।हमारे शहर बैतूल में न्यूनतम 4.80 ओर अधिकतम 20.6 रिकॉर्ड किया गया है।ऐसे में स्लम क्षेत्र में रहने वालों की परेशानियां लगातार बढ़ते जा रही है।अब सक्षम वर्ग के संवेदनशील नागरिकों के लिए दान के महायज्ञ के अनुष्ठान का अनुपम योग भी बन चुका है।अब आप अकेले या समूह में ऐसे क्षेत्रों में घूम कर आप पुराने अथवा नए गरम कपड़ो का वितरण कर जहां जरूरत मंदो को इस भीषण ठंड के दौर में राहत पहुंचा सकते है, वहीं जो कपड़े रंग निकलने के कारण अथवा रेशो के निकलने के कारण घर मे उपेक्षित पड़े हुए है वो आपके लिए भले ही आउटडेटेड हो गए हों लेकिन जिनके पास गर्म कपड़े नही है उनके लिए तो वे जीवन रक्षक वरदान से कम नहीं साबित होएंगे।अतः ऐसे कपड़े , या नए कपड़े कम्बल शाल स्वेटर ओर ये सब नहीं हो तो कमसे कम प्लास्टिक की पन्नी स्लम एरिये में बांट देने पर वे अपनी झुग्घि झोपड़ी को ढंक कर परिवर को ठंड कहर से बचा सकते है।अगर ये भी सम्भव नही हो तो पुराने अखबार रात में ठिठुर रहे लोगों में बांटकर उनसे उनकी जान बचाई जा सकती है क्योंकि अखबार भी यदि कपड़ों के अंदर डाल लें तो वे ठंड अवरोध का काम करते है।कुल मिलाकर लब्बो लुवाब ये है कि यदि आप दान के महायज्ञ में शामिल होकर पुण्य कमाना चाहे तो आर्थिक कमी कभी भी आड़े नही आती है!!!!बस!!!,दृढ़ संकल्प की जरूरत है।

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