मध्यप्रदेश के कटनी जिले के मुहास गाँव में हनुमानजी का एक प्रचलित मंदिर है. इसका नाम है संकट मोचन धाम. इस धाम में आने वाला हर भक्त बस यही बोलते है कि नासे रोग हरे सब पीरा। जो सुमिरे हनुमंत बलबीरा।। यहां पर विराजमान हनुमानजी को हड्डी जोड़ने वाले हनुमान के नाम से जाना जाता है.
मान्यता है कि भक्त के मात्र दर्शन करने से ही किसी भी तरह की टूटी हुई हड्डी जुड़ जाती है. इसे आस्था कहे या चमत्कार, लेकिन ये सच है. जो लोग फ्रैक्चर से पीड़ित होते है वो यहां आकर हनुमानजी के आगे आँख बंद करके बैठ जाते है. फिर राम के नाम का जाप करने लगते है. फिर उसके बाद मंदिर में मौजूद पुजारी भक्त को प्रसाद के रूप में एक अनोखी जड़ी बूटी देता है.
इस बूटी को खाने के बाद पीड़ित को धीरे-धीरे अपनी चोट में आराम मिलता है और जल्दी ही फ्रैक्चर का नामोनिशान मिट जाता है. सबसे अनोखी बात ये है कि जड़ी-बूटी का सेवन केवल एक ही बार करना होता है. यहां दूर-दूर से पीड़ित पूरी श्रद्धा के साथ आते है. जो व्यक्ति इस बूटी का असर समझ इसको घर ले जाते है, उनपर इसका कोई असर नहीं होता है.
इसका असर तभी होता है जब हनुमानजी के समक्ष खाया जाता है. हर मंगलवार और शनिवार को लाखों की संख्या में भक्त यहां अपनी टूटी हुई हड्डियां ठीक करवाने आते है. सबसे बड़ी बात है जड़ी बूटी फ्री में दी जाती है. एक दम निशुल्क. इसके साथ ही जोड़ों की तकलीफ से पीड़ित मरीजों को एक तेल भी प्रदान किया जाता है.