अब फ़िल्म प्रोड्यूसरों के प्रयाश्चित का समय आ गया है!!!जी हाँ ये वो कड़वा सच है जिसे भारतीय फिल्मों ने खूब बखाना है !!!                        ■■ अनिल मिश्र ■■ ■■                                                                    

               

उन्होंने ब्राह्मण की सभी दिनचर्या का खुलकर मज़ाक उड़ाकर ब्राम्हण का भरपूर अपमान किया है!!!लेकिन कहते है कि नीली छतरी वाला सबके साथ न्याय करता है!!!अब ब्राह्मणों की सभी दिनचर्या को पूरा विश्व अपनाकर ब्राह्मण के किये अपमान का प्रयश्चित कर रहा है!!
★★जब ब्राह्मण एक दूसरे को हाथ जोड़ कर नमस्ते कर रहा था तो दुनिया उन पर हंस रही थी।★★★
●●●●अब कॅरोना की गाइडलाइन में हाथ मिलाना मना ओर केवल हाथ जोड़कर अभिवादन मान्य है●●●●●

★★★जब ब्राह्मण हाथ पैर धोकर घर मे घुसता था तो दुनिया उन पर हंसती थी ★★★

★★★आज घर आकर ना केवल हाथ धोना है अपितु अगर 8 घण्टे काम करके आ रहे हो तो कपड़े धोकर नहाना अनिवार्य है★★★★
●●●जब ब्राह्मण जानवरों की पूजा कर रहे थे तब दुनिया उन पर हंस रही थी।●●●●

●●●जब ब्राह्मण पेड़ों और जंगलों को पूज रहे थे तब दुनिया उन पर हंस रही थी ●●●●●
★★★आज वातावरण में ऑक्सिज़न लेवल बढ़ाने पर जोर दिया जारहा है!!!गाय के
दूध में हल्दी को बेस्ट इम्युनिटी बूस्टर माना गया है ★★★★
★★★जब ब्राह्मण मुख्यतः शाकाहार पर बल दे रहे थे तब दुनिया उन पर हंस रही थी। ★★★★
●●●आज पूरा विश्व इम्युनिटी का सबसे बड़ा दुश्मन मांसाहार को इम्युनिटी बूस्टर के लिए शाकाहारी प्रोटीन हर्बल को बेस्ट मान रहा है ●●●●
★★★जब ब्राह्मण योग, प्रणायाम कर रहा था तब दुनिया उन पर हंस रही थी।★★★★
●●●●●आज पूरा विश्व अनुसरण कर रहा है●●●●●
★★★जब ब्राह्मण यज्ञ करता था तो उसकी हंसी उड़ाई गई★★★★
आज वातावरण में ऑटोमोबाइल की मेहरबानी से इतनी कार्बन मोनोआक्साइड फैल गया कि अब इलेक्ट्रॉनिक वीकल्स के साथ घर मे ऑक्सिज़न लेवल के लिए यज्ञ को रिकमोंड किया जा रहा है
जब ब्राह्मण श्मशान और अस्पताल से आकर स्नान करते थे तब भी दुनिया उन पर हंस ही रही थी।

https://youtu.be/tLcKsgOMWKI

■■■कहने का लबोलुवाब ये है कि हमारी वैदिक पद्धति पर विश्व रिसर्च कर हमारी सभी पुनीत तथ्यों पर पेटेंट राइट लेकर हमे ही बेच रहा है।अतः अपनी अल्प ज्ञानी वजह से जो गलतियां हो गयी है उसका प्रयश्चित करिए और अपने वैदिक ग्रंथो पर पूर्ण आस्था रखे ओर इसका श्रीगणेश ब्राह्मण के सम्मान से करें क्योंकि वोही वो निरीह प्राणी रहा है जिसने अपना मज़ाक उड़ाए जाने के बावजूद पुरानी परम्पराओं को जीवित रखा…

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *