🌄🌚🌍मृत्यु का स्वीकार☄️

मनुष्य का जीवन मृत्योन्मुख है। जन्म के बाद मृत्यु के अतिरिक्त और कुछ भी सुनिश्चित नहीं। जैसे हुई सुबह, ऊगा सूरज, सांझ सुनिश्चित हो गई; ऐसे ही जन्म हुआ, मृत्यु

Read more