एकअद्भुतसंस्थान है बालाजीपुरम भारत वर्ष के मध्य में बसे मध्यप्रदेश ,औऱ म.प्र.के भी ह्रदय में बसे बैतूल जिले में स्थित श्री रुक्मणी बालाजी मंदिर
Dharm culture
●●●●शिवपरशुराम मंदिर में धूमधाम से मनाया शिवरात्रि पर्व,सम्पन्न किया नमक-चमक महारुद्राभिषेक ●●●●
देवता राक्षस, मनुष्य,गण,भूत पिशाच,यक्ष,गंधर्व,ब्रह्मराक्षस कुष्मांड,,भैरव, भूत, पिशाच, डाकिनी,शाकिनी,पिशाचनी, जैसी अनन्य जातियों के एक मात्र निर्विरोध, “आराध्य “भगवान भोले शंकर के विवाहोत्सव पर्व के रूप
■■■■दादाजी धूनी वाले का 24 घंटेअखंड कीर्तन सम्पन्न किया गया■■■■■
■■■■दादाजी धूनीवाले की■■■■ गिनती भारत के महान संतों में की जाती है। दादाजी धूनीवाले का अपने भक्तों के बीच वही स्थान है जैसा कि
■■■आदत बुरी सुधार ले !!!!!!बस हो गया भजन■■■
“★★★★अंकुरित आहार वितरण सेवा के 21वर्ष पूर्ण !!सेवा की निरंतरता एवम नियमितता से बैतूल का नाम हुआ रोशन ★★★★★…… पिछले 21 वर्षों से बिना
जानिए64 योगिनियों के बारे में!कहाँ है मंदिर….
माता दुर्गा के साथ 64 योगनियों की गाथा जुड़ी हुई है ।मातारानी के राक्षस संहार युद्ध मे इनकी प्रमुख भूमिकाएं रही है।इन माताओ के