उन्होंने ब्राह्मण की सभी दिनचर्या का खुलकर मज़ाक उड़ाकर ब्राम्हण का भरपूर अपमान किया है!!!लेकिन कहते है कि नीली छतरी वाला सबके साथ
जरा हट के
चुनाव परिणाम के तत्काल बाद बंगाल में हिंसा ! कौन जिम्मेदार ? कैसे रुकेगी ?
पश्चिमी बंगाल में परिणाम घोषित हुए अभी 72 घंटे भी पूरे नहीं हुए हैं , जहां मतों की गिनती प्रारंभ होने से ही “हिंसा
अदार पूनावाला , कृष्णा एला, (सीरम एवं भारत बायोटेक) एवं एक मुनाफाखोर में कोई अंतर रह गया है क्या ? ■■राजीव खंडेलवाल■■■
(लेखक कर सलाहकार एवं पूर्व नगर सुधार न्यास अध्यक्ष हैं)
विगत दिवस वैक्सीन की “त्रिस्तरीय कीमत” के “तथाकथित औचित्य” को लेकर लेख लिखा था। देश के कई भागों से भी इन बढ़ी हुई कीमतों
कोविड-19! निष्कर्ष ! अतार्किक, अविवेक पूर्ण एवं परस्पर विरोधाभासी! परंतु सत्यता के निकट! ■■राजीव खंडेलवाल■■■
कोरोनावायरस संक्रमण काल से एक दो चीजें अच्छी और बुरी दोनों उभर के सामने आई हैं। उस पर भी आपके ध्यान देने की आवश्यकता
छोटी छोटी बात को बड़ा इश्यू बनाकर हँसती खेलती गृहस्थी को डाइवर्स के कागार तक पहुंचाने वाले अपरिपक्व युगलों के लिए ये लेख एक सबक है!!!
विशाल नेटवर्क वाले “वर्ल्ड प्रेस” में पंजीकृत एवम कई देशों में अपनी विशेष पहचान बनाने वाले हमारे “राष्ट्रीय कल्चर” वेबपोर्टल” को एक लाख सतरह