बैतूल-18 सितम्बर/बुधवार… जिले के सभी संवेदनशील नागरिकों के लिए वो सुखद क्षण आज आ गया है जब पिछले कई सालों बाद जिले में वर्षा के अधिकतम रिकार्ड 1083.8मि.मि. से आगे बढ़कर रैनगेज ने आज 11बजे प्रातह 1085 के आंकड़े को पार कर लिया।यह वातावरण की तरफ से एक ,मूक चेतावनी भी है कीअभी तक जितनी बेरहमी से पानी उलीचा गया है ,खर्च किया है लेकिन जल का वापस जमीन में स्टोर करने में पूरी उदासीनता बरती गई है वैसा अब भविष्य में नही चलेगा। ये तो प्रकृति की असीम कृपा ही है की बेतूल वासियों के जल संरक्षण ना करने के अपराध को उदारता से क्षमा करते हुए फिर से अति वृष्टि कर इतना अधिक पानी दे दिया है जिसे अब मितव्यवता से खर्च करते हुए और रैन हरवेस्टिंग रैन पिटिंग और वाटर रिसाइकलिंग के माध्यम से साल में जिताना पानी खर्च हुआ हो उतना तो कमसे कम जमीन में वापस करने का एक स्वर्ण अवसर बैतूल वासियों प्रदान किया है ।इस अवसर का सभी लाभ उठाएं तो जिला में कभी भी पानी की कमी नही होगी ।। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह बीते 24 घंटे के दौरान 8.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। चालू बरसात के सीजन में अभी तक 1085.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है।
अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार चालू बरसात के सीजन में अभी तक वर्षामापी केन्द्र बैतूल में 913.0 मिमी, घोड़ाडोंगरी में 1090.3 मिमी, चिचोली में 1220.0 मिमी, शाहपुर में 1123.8 मिमी, मुलताई में 1102.0 मिमी, प्रभातपट्टन में 661.4 मिमी, आमला में 961.0 मिमी, भैंसदेही में 1577.1 मिमी, आठनेर में 747.8 मिमी एवं भीमपुर में 1457.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1083.9 मिमी है। गत वर्ष औसत वर्षा 616.0 मिमी दर्ज हुई थी।
बैतूल जिले के अधिकतम बरसात का औसत मान रिकॉर्ड ध्वस्त कर औसत 1085 मि.मी. के पार पहुंचा!!!!अब जल संरक्षण की जिम्मेदारी बैतूल वासियों की….
1,950 पाठको ने इस आलेख को सराहा हैं