ईवीएम विशेषज्ञ और मशीन मैन के नाम से बैतूल में मशहूर प्रो.डॉ. महेश मेहता 31 मई को हो जाएंगे रिटायर्ड…. -पं. अनिल मिश्र (एडमिन राष्ट्रीय कल्चर वेब पोर्टल एवम राष्ट्रीय कल्चर सेल्फी न्यूज़ इन यूट्यूब)

बीसियों साल से बैतूल में रचे बसे और पढ़े लिखे एवम यहीं जयवंती बाई हक्सर कॉलेज बैतूल में पदस्थ श्री महेश मेहता 31मई को 65 वर्ष की आयु में बैतूल से ही रिटायर्ड हो जाएंगे लेकिन आगे उनकी पत्नी प्रो. डॉ अर्चना मेहता अभी अपनी सेवाएं बैतूल कॉलेज में जारी रखेंगी.. महेश मेहताजी ने उच्च शिक्षा वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में पिछले 41 वर्ष से न जाने कितने छात्रों को विद्या दान की है ; न जाने कितने उनके द्वारा पढ़ाए गए छात्र विभिन्न पदों पर आसीन हो चुके है…कुछ प्रोफेसर हो चुके है ,कई शासकीय सेवा के महत्वपूर्ण पदों में कार्यरत हो चुके है…लेकिन उनकी जीवन शैली की इससे भी महत्वपूर्ण बात ये नोटिस में आई है कि अपने प्रोफेशन के साथ ही कॉलेज की सभी गतिविधियों में मेहताजी का योगदान हमेशा उच्च स्तरीय रहा है…मैं स्वयम एमएससी बॉटनी करते हुए मेहताजी के कुशल निर्देशन में कॉलेज के एनुवल फंक्शन में विभिन्न प्रतियोगिताओ में अव्वल रहता था.. मुझे अभी भी वो दृश्य याद आता है जब एमएससी फाइनल वर्ष में दिसबंर की कड़ी ठंड में मुझे नल के नीचे गीला कर कीचड़ से लपेटकर डॉ. मेहता ने मुझे “विविध वेशभूषा “कार्यक्रम में ” टूटे हुए मोरवी बांध से बही अकड़ी लाश के रूप में स्टेज पर पेश करवाया था …उस फैंसी ड्रेस में मुझे प्रथम पुरस्कार मिला था…ऐसे प्रतिभा के धनी डॉ सा.वैसे तो मेरे बड़े भाई समान है ,मुझसे मात्र तीन साल बड़े है लेकिन गुरु के रूप में उनका स्वरूप विराट है … शिक्षा के क्षेत्र के अलावा उन्होंने सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं का सफलता पूर्वक संचालन करवाया है …..

इसके पूर्व जब ईवीएम मशीन पहली पहली बार बैतूल जिले में लाई गई थी तब उन्होंने बैतूल जिले के सभी ब्लॉकों में जाकर ईवीएम को डीमोन्सट्रेट किया था जिसके चलते बैतूल जिले में “मशीन मैन” के नाम से जाने जाने जाने लगे थे एवम तत्कालीन कलेक्टर श्रीमती सुधा चौधारी के द्वारा सम्मानित किए गए थे… इसके अलावा जनसंख्या के क्षेत्र उत्क्रष्ट कार्य करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा उन्हें पुरस्कृत भी किया जिससे सारा जयवंती कॉलेज गौरान्वित हुआ था ….ऐसे प्रतिभा के धनी प्रो. डॉ.महेश मेहता अवकाश प्राप्त कर भी अवकाश पर नहीं जाए आएंगे हमें विश्वास है कि वह जरूर बैतूल की सेवा में किसी न किसी रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे…

मैं स्वयं अंकुरित आहार परिवार का स्थाई सदस्य होने के नाते उन्हें प्रतिदिन जिला चिकित्सालय में मरीजों को अंकुरित आहार वितरण करने वाली संस्था के सदस्य के रुप में आमंत्रित करता हूं आशा है के19 वर्षोंसे चल रहे सेवा के इस महा यज्ञ में वे जरूर शिरकत कर अपना बौद्धिक कौशल से सभी को लाभान्वित करेंगे…पं अनिल मिश्र

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